करतार मन्नी ढाबा के मालिक स. सतनाम सिंंह मन्नी की अंतिम अरदास में भेंट किए श्रद्धासुमन
कीर्तन करते हुए हजूरी रागी भाई फतेह सिंह
जालन्धर, 10-10-2022 (राज कुमार कश्यप) – जालन्धर शहर वाले मशहूर मन्नी ढाबे वाले स. रत्न सिंह और श्रीमति करतार कौर के सबसे छोटे बेटे सोढल वाले करतार मन्नी ढाबे के मालिक सतनाम सिंह मन्नी को आज अंतिम अरदास में श्रद्धांजलि दी गई। जालन्धर के माडल टाउन गुरुद्वारा साहिब में उनकी रस्म पगड़ी में उनको अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर हजूरी रागी भाई फतेह सिंह के जत्थे की ओर से वैरागमयी कीर्तन किया गया। दु:ख की इस घड़ी में परिवार के साथ शोक प्रकट करने और बिछड़ी आत्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए रिश्तेदार, मित्र, बहुत सी समाजिक व राजनीतिक संस्थाओं के प्रतिनिधी, कश्यप समाज के साथी शामिल हुए। कश्यप राजपूत मैंबर्स एसोसिएशन के फाउंडर मैंबर स. बलदेव सिंह कपूरथला, राज कुमार कश्यप, जगदीश सिंह लाटी, उत्त्म पेंट के मालिक वरिन्द्र अरोड़ा, कश्यप क्रांति पत्रिका के मालिक नरेन्द्र कश्यप, मुख्य संपादक श्रीमति मीनाक्षी कश्यप, सुनीता रानी, आशा रानी, अनिल कुमार मन्नी, प्रमोद कुमार, सतनाम सिंह अंबाला, मन्नी वंश के रिश्तेदार, राकेश कुमार, करनाल से के.एल. सोढी, आदि शामिल हुए। अरदास के उपरंत गुरु का लंगर अटूट चला।
इससे पहले सतनाम सिंह की पत्नी श्रीमति जसप्रीत कौर और बेटों ने घर में श्रीअखंड पाठ साहिब का जाप करवाया। 8 अक्तूबर को पाठ आरम्भ करवाया गया जिसका भोग 10 अक्तूबर को डाला गया। अरदास में परिवारिक सदस्य शामिल हुए। अंतिम अरदास, रस्म पगड़ी और श्रद्धांजलि समारोह माडल टाउन गुरुद्वारा साहिब में हुआ जहां पर बड़ी संख्या में शामिल जनसमूह ने सतनाम सिंह मन्नी को श्रद्धांजलि भेंट की और परिवार के साथ दु:ख की इस घड़ी में शामिल हुए।
जालन्धर शहर के मशहूर सोढल वाले करतार मन्नी ढाबा के मालिक स. सतनाम सिंह मन्नी जी अपनी संसारिक यात्रा पूरी करते हुए 3 अक्तूबर 2022 की सुबह स्वर्ग सिधार गए थे। सतनाम सिंह मन्नी एक बहुत ही मिलनसार और जिंदादिल इंसान थे। 5 जनवरी 1961 को पैदा हुए सतनाम सिंह मन्नी स. रत्न सिंह के 8 बेटों में सबसे छोटे बेटे थे और अब भाईयों में से अकेले ही जीवित थे। सतनाम सिंह मन्नी खाने में अपनी बढिय़ा क्वालिटी के लिए जाने जाते थे। जालन्धर के सोढल रोड पर इनका करतार मन्नी ढाबा अपने स्वादिष्ट और बढिय़ा खाने के लिए मशहूर है, जिसको अब इनके बेटे हरपाल सिंह और सुखविन्द्र सिंह आगे बढ़ा रहे हैं।
दु:ख की इस घड़ी में हम कश्यप क्रांति पत्रिका, कश्यप राजपूत वैबासइट टीम की तरफ से सतनाम सिंह मन्नी को श्रद्धांजलि भेंट करते हैं। हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वह स्वर्गीय स. सतनाम सिंह मन्नी की आत्मा को अपने चरणों में निवास दे और परिवार को इस दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करे।