दर्शन मेहरा के नेतृत्व में अखिल भारतीय आदिवासी कश्यप कहार निषाद भोई समन्वय समिती का 17वां राष्ट्रीय सम्मेलन जम्मू में सम्पन्न
ओ.बी.सी. वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की हुई मांग
दर्शन मेहरा के परिवार को सम्मानित करते हुए समिती के सदस्य
जम्मू, 16 मार्च 2024 (गुरिन्द्र कश्यप) – अखिल भारतीय आदिवासी कश्यप कहार निषाद भोई समन्वय समिती का 17वां दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन समिती के जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष दर्शन मेहरा के नेतृत्व में जम्मू के सांई पैलेस में करवाया गया। सबसे पहले महर्षि कश्यप जी के आगे ज्योति प्रज्जवलित करके राष्ट्रीय संयोजक राजा राम कश्यप, राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष बाबा मार्तंड, दर्शन मेहरा, राष्ट्रीय संत गोपाल नंद गिरी जी महाराज और अन्य साथियों ने शुभारम्भ किया। दर्शन मेहरा ने देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए प्रतिनिधियों का स्वागत किया और दो दिवसीय कार्यक्रम की पूरी रूपरेखा बताई। उन्होंने राष्ट्रीय संयोजक राजा राम कश्यप को समिती का सम्मेलन चलाने के लिए आमंत्रित किया। राजा राम कश्यप ने पिछले हुए सम्मेलनों की प्राप्तियों और केन्द्र सरकार से चल रही बातचीत के बारे में जानकारी दी कि कैसे वह केन्द्र सरकार से अपने समाज के लिए अलग अलग राज्यों में आरक्षण की मांग, राजनीतिक हिस्सेदारी की मांगें मनवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसके बाद मंच संचालन राष्ट्रीय सह संयोजक गुरचरण सिंह कश्यप ने संभाला और आए हुए प्रतिनिधियों को इस सम्मेलन के एजेंडे के बारे में बताया और उन्हें इस बारे में अपने विचार रखने के लिए आमंत्रित किया।
स्वागत व परिचय – दर्शन मेहरा व उनके परिवारिक सदस्यों ने आए हुए सभी मेहमानों का पटका पहना कर स्वागत किया और सभी को एक किट भेंट की गई। इस दौरान देश के अलग अलग राज्यों से आए हुए प्रतिनिधियों का परिचय करवाया गया ताकि दूसरे राज्यों से आने वाले उनके बारे में जान सकें। सम्मेलन में 29 राज्यों से आए हुए प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
प्रतिनिधियों के विचार – सम्मेलन में आए हुए प्रतिनिधियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए और अपने राज्य में समाज की मुश्किलों को राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष रखा ताकि वे इसे आगे राज्य सरकार और केन्द्र सरकार तक पहुंचा सकें। इनमें रघुनाथ तंवर हरियाणा, पूर्व विधायक राम कुमार कश्यप कानपुर, कश्यप समाज के जम्मू-कश्मीर के नेता बृज मेहरा, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय सह संयोजक एडवोकेट नीलम कश्यप, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष हेमलता बाथम, पठानकोट से राज डोगरा, आर.डी.कल्याण पानीपत, राहुल विट्ठल राव बेंगलुरू, हरजिन्द्र सिंह राजा पंजाब, एडवोकेट तिलक राज रपोत्रा हिमाचल प्रदेश, आर. राजा तमिलनाडु, रमेश तेलंगाना, पी. एन. जनार्धन आंध्र प्रदेश, बाल मुकन्द कश्यप झालावाड़, राजेन्द्र चौधरी कोलकता, प्रो. अवाला रमेश तेलंगाना, अभिनव कश्यप लखनऊ, मदन कहार देवास मध्य प्रदेश, राम मोहन दिल्ली, रमेश धीवर छतीसगढ़, संत गोपाल नंद गिरी जी ने अपने विचार रखे। संत गोपाल नंद गिरी जी ने समाज को अपनी असली ताकत पहचानने के लिए कहा कि हमारा समाज बहुत ही विशाल है। यदि यह एकजुट हो जाए तो देश के शासन में हिस्सेदारी ले सकता है। उन्होंने बच्चों की शिक्षा पर जोर देकर कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलानी चाहिए चाहे इसके लिए हमें अपने अन्य खर्चों में कटौती करनी पड़े। इसके बाद दोपहर के खाने के लिए 1 घंटे का विश्रम हुआ और खाने के बाद फिर से विचार विमर्श का कार्यक्रम शाम तक चलता रहा। दोपहर के सत्र के बाद महिलाओं ने मोर्चा संभाला और महिलाओं ने अपने विचार रखे कि कैसे वे समाज सेवा में योगदान दे सकती हैं और समाज की समस्याओं को हल कर सकती हैं। पंजाब की ओर से सुजाता बमोत्रा व अन्य प्रदेश की महिलाओं ने संबोधन किया। इसके साथ ही पहले दिन का सत्र समाप्त हो गया और सभी आपस में जान-पहचान करने और अपने प्रदेश के बारे में बातचीत करने लगे।
खाने और रहने का प्रबन्ध – सम्मेलन के आयोजक जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष व उनकी टीम ने पूरे देश से आए हुए प्रतिनिधियों के रहने व खाने का बहुत ही बढिय़ा प्रबंध किया था। बहुत से साथी 15 मार्च को ही पहुंच गए थे। स्टेशन से ही उन्हें उनके ठहरने के स्थान तक पहुंचाने के लिए जम्मू रेलवे स्टेशन पर प्रतिनिधी मौजूद थे। दर्शन मेहरा स्वयं भी अपनी कार से आए हुए प्रतिनिधियों को उनके स्थान तक पहुंचा रहे थे। आए हुए प्रतिनिधियों के ठहरने के लिए सरस्वती धाम में बहुत अच्छा प्रबंध किया गया था। सभी मेहमानों के खाने के लिए सुबह का नाश्ता, दोपहर व रात का खाना सांई पैलेस होटल में किया गया था। तीन दिन तक दर्शन मेहरा व उनका परिवार अपने समाज के परिवारों की सेवा में लगे रहे और बहुत से प्रतिनिधी 17 मार्च व अन्य 18 मार्च को सम्मेलन की समाप्ति के बाद मां वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए चले गए और सभी ने इस बात के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व का धन्यवाद किया कि उन्हें सम्मेलन के साथ साथ अलग अलग देवियों के दर्शन का सौभागय भी मिल गया।
पंजाब की टीम – इस सम्मेलन में पंजाब की ओर से अध्यक्ष नरेन्द्र कश्यप, जालन्धर जिला अध्यक्ष राज कुमार, लक्की संसोया, महिला विंग की अध्यक्ष सुजाता बमोत्रा, मीनाक्षी कश्यप, सुनीता कश्यप, गुरिन्द्र कश्यप, हरजिन्द्र सिंह राजा, राजिन्द्र सफर, गुरमुख सिंह, राज कुमार पातड़ां, अविनाश भोला पठानकोट, राज कुमार, मदन लाल, जिला अध्यक्ष अमृतसर सुखविन्द्र सिंह बाऊ शामिल हुए।
संत गोपाल नंद गिरी जी को सम्मानित करते हुए दर्शन मेहरा का परिवार
सम्मेलन में शामिल विभिन्न्न राज्यों के प्रतिनिधी
जम्मू-कश्मीर के प्रतिनिधी अपने विचार पेश करते हुए
हरियाणा के प्रतिनिधी अपना परिचय देते हुए
आंध्र प्रदेश के प्रतिनिधी अपना परिचय देते हुए
उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधी अपना परिचय देते हुए
पंजाब के प्रतिनिधी ज्योति प्रज्जवलित करते हुए
ज्योति प्रज्जवलित करते हुए दर्शन मेहरा
महिला अध्यक्ष नीलम कश्यप अपने विचार रखते हुए
राजा राम कश्यप समिती की प्राप्तियों की जानकारी देते हुए
दूसरे दिन का सत्र – सम्मेलन के दूसरे दिन की शुरुआत सुबह के नाश्ते के साथ हुई। सभी प्रतिनिधियों ने सांई पैलेस में गर्मागर्म नाश्ता किया। सुबह 10 बजे ही सत्र की शुरुआत हो गई। इस दिन जम्मू का कश्यप समाज भी इस सम्मेलन में शामिल हुआ। माननीय राजा राम कश्यप व गुरचरण सिंह कश्यप ने मंच की शुरुआत की। विभिन्न प्रतिनिधियों ने समाज की समस्याओं के बारे में बताया और समाज को एक मंच पर इक्टठे होकर अपने हक के लिए लडऩे के लिए प्रेरित किया। कश्यप राजपूत सभा जम्मू बिशनाह के सभी सदस्य इसमें शामिल हुए और अपने विचार पेश किए। जम्मू में ओ.बी.सी. वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए मांग की गई। दर्शन मेहरा ने कहा कि जम्मू कश्मीर का ओ.बी.सी. वर्ग दशकों से अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहा है, लेकिन अभी भी पूरे हक प्राप्त नहीं हुए हैं। सरकार ने आरक्षण 4 से बढ़ाकर 8 प्रतिशत कर दिया है लेकिन इसमें 15 और जातियों को शामिल कर दिया है। जम्मू-कश्मीर में मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करवाने, जाति आधारित जनगणना करवाने, ओ.बी.सी. वर्ग के युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
सफल आयोजन के लिए धन्यवाद – सम्मेलन के आयोजक दर्शन मेहरा ने आए हुए विशेष मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। रूस में हुए वल्र्ड यूथ फैस्टिवल में भाग लेकर आए गुरिन्द्र कश्यप जालन्धर को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। समिती की ओर से राजा राम कश्यप ने सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए दर्शन मेहरा व उनके परिवार का धन्यवाद करते हुए कहा कि उत्तर भारत में यह पहला सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसको जम्मू कश्मीर के समाज व दर्शन मेहरा ने बहुत ही सफलता ढंग से आयोजित किया। समिती की ओर से उनकी टीम व परिवार को सम्मानित किया गया तो दर्शन मेहरा इस आयोजन की सफलता से भावुक हो गए। राजा राम कश्यप और बाबा मार्तंड ने सभी राज्यों के प्रतिनिधियों से अपील की कि वह अपने राज्यों की समस्याओं को लिखित रूप से उनके पास पहुंचाए ताकि वे उसे केन्द्र सरकार तक पहुंचा सकें और अपने बनते हक ले सकें। उन्होंने बताया कि बहुत जल्दी ही समिती का एक प्रतिनिधी मंडल देश के प्रधानमंत्री से मिलने वाला है। इसी के साथ 17वें सम्मेलन की सफलता से सम्पन्न होने की घोषणा की गई। इसके बाद प्रतिनिधी आपस में बातचीत करते रहे और एक दूसरे से विदाई ली।