हरजिन्द्र सिंह राजा बने अखिल भारतीय आदिवासी कश्यप, कहार, निषाद, भोई समन्वय समिती पंजाब प्रदेश के उपाध्यक्ष
पंजाब प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र कश्यप ने दिए सभी को नियुक्ति पत्र
मीटिंग में शामिल कश्यप समाज के प्रतिनिधियों की गु्रप फोटो
अमृतसर, 12-6- 2023 (गुरिन्द्र कश्यप) – अखिल भारतीय आदिवासी कश्यप, कहार, निषाद, भोई समन्वय समिती पंजाब प्रदेश की एक अहम बैठक प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेन्द्र कश्यप की प्रधानगी में की गई। अमृतसर स्थित पांच प्यारों में से एक भाई हिम्मत सिंह की याद में बनाई गई धर्मशाला में यह कार्यक्रम भाजपा नेता स. हरजिन्द्र सिंह राजा की ओर से करवाया गया। यहां कश्यप समाज और ओ.बी.सी. फैडरेशन के बहुत से सदस्य शामिल हुए और समाज की तरक्की और संगठन मजबूत करने के बारे में विचार किया गया। समिती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स. रजिन्द्र सिंह सफर ने अखिल भारतीय कश्यप महासंघ के बनने की शुरुआत से लेकर अखिल भारतीय आदिवासी कश्यप, कहार, निषाद, भोई समन्वय समिती बनाए जाने और उनकी अब तक की प्राप्तियों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद भाजपा नेता डा. जगमोहन सिंह राजू ने अपने विचार पेश करते हुए कहा कि कश्यप समाज पंजाब को राजनीति में शामिल होकर अपने हकों के लिए लडऩा होगा और गुरु गोबिन्द सिंह जी के सपनों का पंजाब बनाना होगा जिसमें सभी जातियों को बराबर का प्रतिनिधित्व मिले न कि सिर्फ एक जाति का ही बोलबाला हो। उन्होंने कहा कि पंजाब में ओ.बी.सी. से केवल एक ही मुख्यमंत्री ज्ञानी जैल सिंह हुए हैं और राजनीतिक पार्टियां ओ.बी.सी. को कोई भी हिस्सेदारी देने को तैयार नहीं है। ओ.बी.सी. को अपना एक मजबूत संगठन तैयार करना होगा।
ओ.बी.सी. फैडरेनशन के जरनल सेक्रेटरी स. बलविन्द्र सिंह मुलतानी ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में ओ.बी.सी. को 27 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है, जबकि पंजाब में यह लागू नहीं है। ओ.बी.सी. फैडरेशन यह कोशिश कर रहा है कि पंजाब में भी ओ.बी.सी. समाज को यह आरक्षण मिले और इसके लिए 75 जातियों को मिलकर यह लड़ाई लडऩी होगी। इसके अलावा गुरमेज सिंह मठारू ने भी अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कश्यप समाज और ओ.बी.सी. समाज को राजनीतिक तौर पर जागृत और एकत्र होने के लिए प्रेरित किया। कश्यप समाज की ओर स. गुरमुख सिंह, परमजीत सिंह, राज कुमार कश्यप, गुरन्द्रि कश्यप आदि ने समाज के मजबूत संगठन बनाने और आने वाले म्युनिसिपल कार्पोरेशन चुनावों में कश्यप समाज के प्रतिनिधी खड़े करने के बारे में विचार पेश किए। इसके बाद अखिल भारतीय आदिवासी कश्यप, कहार, निषाद, भोई समन्वय समिती पंजाब प्रदेश के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र कश्यप ने जाकारी दी कि इस समिती देश के अलग अलग राज्यों में काम करने वाली 150 से ज्यादा संस्थाओं को शामिल किया गया है ताकि देश में एक झंडे के नीचे सभी संस्थाएं अपने अपने प्रदेश की मांग केन्द्र सरकार तक पहुंचा सके। पूरे देश में कश्यप समाज को एकजुट करके उनके हक हासिल किए जा सकें। उन्होंने पंजाब के कश्यप समाज को राजनीतिक तौर पर एकजुट और अपनी अपनी पार्टी में अपनी स्थिती मजबूत करने के लिए कहा। उन्होंने जानकारी दी पिछले कार्पोरेशन के चुनावों में कश्यप समाज से एक ही प्रत्याशी को मुख्य पार्टियों ने टिकट दी और उस सीट पर लुधियाना से स. निर्मल सिंह एस.एस. की बहु प्रभजोत कौर ने जीत हासिल की। इसके अतिरिक्त कोई भी पार्टी हमें एम.सी. की टिकट नहीं देती है तो हमें एम.एल.ए. की टिकट कौन देगा। पंजाब में कश्यप समाज दूसरों के लिए वोट बैंक की तरह काम करता है लेकिन अपने लिए कोई मांग नहीं करता है। पंजाब में कश्यप समाज हिम्मत और सेवा के लिए जाना जाता है। गुरु गोबिन्द सिंह जी की खालसा पंथ के स्थापना के समय पांच प्यारों में शामिल भाई हिम्मत सिंह बहादुरी, बलिदान और हिम्मत की मिसाल हैं तो अमर शहीद बाबा मोती राम मेहरा सेवा और शहीदी की मिसाल हैं। हमारा समाज जहां एक और लड़ाई के मैदान में हिम्मत दिखाता है तो दूसरी ओर सेवा करने में भी आगे है, लेकिन यह राजनीति करना नहीं जानता है। हम राजनीतिक तौर पर ज्यादा पिछड़े हुए हैं। हमें अपना संगठन मजबूत बनाकर राजनीति में भी अपना हिस्सा लेना होगा।
इसके बाद नरेन्द्र कश्यप और रजिन्द्र सिंह सफर ने हरजिन्द्र सिंह राजा को पंजाब का उपाध्यक्ष नियुक्त करते हुए नियुक्ति पत्र दिया। इसके अलावा राज कुमार कश्यप को जालन्धर का जिला प्रधान का नियुक्ति पत्र दिया गया और सूबेदार बलविन्द्र सिंह को जिला कपूरथला का जिला प्रधान नियुक्त किया। इन्होंने कहा कि यह संगठन को मजबूत करने के लिए पूरी मेहनत से काम करेंगे। इस मौके पर डा. जोगिन्द्र सिंह राजू और श्री नरेन्द्र कश्यप को सिरोपा और किरपान देकर सम्मानित किया गया। इनके अलावा बाबा हिम्मत सिंह धर्मशाला की प्रबंधकी कमेटी में से सरप्रस्त स. कश्मीर सिंह (सिंह स्टोर वाले), जसवंत सिंह सनशाइन, सतपाल सिंह मुल्ले, प्रधान परमजीत सिंह, सवर्ण सिंह कारां वाले, हरभजन सिंह पुलियां वाले, गुरमुख सिंह, भूपिन्द्र सिंह, बलविन्द्र सिंह बिहाल, सुखदेव सिंह सोनी को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सुखदेव राज पहलवान, मलूक सिंह हरदोझंडा, पूर्व सरपंच मनजीत सिंह, जसपाल सिंह पटना वाले, गुरदयाल सिंह ट्रैक्टरां वाले, साधू सिंह, राज मसौन, गुरदीप सिंह लाली, मास्टर जोगिन्द्र सिंह, जसकीरत सिंह जज, गुरशरन सिंह, रोबिनजीत सिंह, सुखविन्द्र सिंह, वारिस राजपूत, बलदेव सिंह, अजीत सिंह सहित अन्य मैंबर्स शामिल थे।