दो दिवसीय अखिल भारतीय आदिवासी, कश्यप, कहार, निषाद, भोई समन्वय समिती के राष्ट्रीय अधिवेशन में हुई समाज की समस्याओं पर चर्चा
देश के अलग अलग राज्यों के प्रतिनिधियों ने सांझा की अपने प्रदेश की समस्याएं
ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजना ज्योति अपने विचार पेश करते हुए
मुजफ्फरपुर, 16-9-2023 (गुरिन्द्र कश्यप) – अखिल भारतीय आदिवासी, कश्यप, कहार, निषाद, भोई समन्वय समिती का 15वां राष्ट्रीय अधिवेशन दिनांक 16 व 17 सितम्बर 2023 को कैप्टन निषाद सभागार, कच्ची-पक्की, मुजफ्फरपुर बिहार में आयोजित किया गया, जिसमें कश्यप, कहार, भोई, निषाद, केवट, मांझी, चंद्रवंशी, कोली, झालो-मालो, बेहरा, बेस्ता, गंगापुत्र, मेहरा, आराया, धीवर, मल्लाह, तिरदेश, मछुआरे आदि परंपरागत जल पोषित समाज की देशभर की समस्याओं के निराकरण के लिए मंथन किया गया और निष्कर्ष से देश के विभिन्न संस्थानों, राजनायिकों और समस्त जल पोषित समाज को अवगत कराया गया। समिती की ओर से युवा मोर्चा के अध्यक्ष नीरज कश्यप और राष्ट्रीय संयोजक गुरचरण सिंह कश्यप ने मंच संचालन किया और विभिन्न राज्यों से आए हुए प्रतिनिधियों का स्वागत किया। समिती के राष्ट्रीय संयोजक राजा राम कश्यप ने सम्मेलन में शामिल सभी प्रतिनिधियों को एजेंडा दिया और उस पर अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए कहा। सम्मेलन के आयोजक पूर्व मंत्री स्वर्गीय कैप्टन जय नारायण प्रसाद निषाद के बेटे मुजफ्फरपुर से सांसद अजय निषाद ने आए हुए सभी प्रतिनिधयों का बिहार की परंपरा के अनुसार स्वागत किया।
प्रतिनिधियों के विचार – इसके बाद विभिन्न प्रांतों से आए हुए प्रतिनिधियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए और समाज के लिए वे क्या कर रहे हैं, क्या होना चाहिए, हमारी राजनीतिक हिस्सेदारी आदि पर विचार रखे। इस दौरान राष्ट्रीय संत गोपाल नन्द गिरी जी महाराज, हरियाणा से श्री ओम पाल कश्यप, आर.डी. कल्याण पानीपत, नरेन्द्र कश्यप पंजाब, दर्शन मेहरा जम्मू, राहुल विट्ठल राव बेंगलुरू, आर. राजा तमिलनाडु, रमेश तेलंगाना, वी. एन. जनार्धन आंध्र प्रदेश, बाल मुकन्द कश्यप झालावाड़, राजा राम गौड़ मुम्बई, पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष डा. बी.एल. साहनी, कांती लाल जयसिंह लकारिया नासिक, राजेन्द्र चौधरी कोलकता, प्रो. अवाला रमेश तेलंगाना, कांती भाई गुजरात, कैलाश निषाद कानपुर, अभिनव कश्यप लखनऊ, मदन कहार देवास मध्य प्रदेश, राम मोहन दिल्ली, रमेश धीवर छतीसगढ़, रविन्द्र कश्यप उत्तराखंड, रजिन्द्र सिंह सफर अमृतसर, मनोज कुमार निषाद गोरखपुर, संत श्याम सुंदर वाराणसी, राम कुमार, कैप्टन कमलेश साहनी, जयंती भाई केवट, श्रीमति नीलम कश्यप अध्यक्ष महिला मोर्चा, श्रीमति मीरा रायकवार झांसी, श्रीमति हेमलता बाथम राजस्थान, श्रीमति बलजिन्द्र कौर पंजाब, श्रीमति नीलम सहनी सदस्य महिला आयोग बिहार, युवा नेता नीरज कश्यप, प्रदीप कश्यप उप्पली ने अपने विचार प्रस्तुत किए कि कैसे हम समाज को एकजुट करके अपने राजनैतिक हक ले सकते हैं।
राजनेताओं के विचार – इस सम्मेलन में पूर्व सांसद माननीय जय प्रकाश निषाद, मुजफ्फपुर से सांसद अजय निषाद, पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष डा. भगवान लाल साहनी, पूर्व मंत्री प्रेम कुमार, सांसद मुकेश राजपूत, विधान परिषद में विरोधी दल के नेता हरि सहनी, ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजना ज्योति, बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, असम से सांसद किरपा नन्द मल्लाह ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि आपका समाज जिसको देश के अलग अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से बुलाया और पहचाना जाता है एक मेहनती समाज है। निषाद समाज त्याग का नाम है। यह समाज भगवान राम की नैया पार करवाने वाला समाज है और आज भी इसके सहारे ही दूसरे लोगों की नैया पार लग रही है। सभी ने कैप्टन जय नारायण प्रसाद निषाद को याद किया और उनकी याद में कैप्टन निषाद सभागार का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजना ज्योति ने किया। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में पहले निषाद समाज को कोई नहीं पूछता था, लेकिन जब कैप्टन जय नारायण प्रसाद निषाद ने समाज को एकजुट किया तो सभी राजनीतिक दल निषाद समाज को पूछने लगे। कैप्टन जय नारायण प्रसाद निषाद यहां से समाज के पहले विधायक बने और उसके बाद लोकसभा सांसद और मंत्री बने। इसके बाद भाजपा ने उन्हें राज्यसभा से सांसद बनाया और अब उनके बेटे अजय निषाद यहां से सांसद हैं। अब मुजफ्फपुर से समाज को अपना नेता मिलता है जो उनकी समस्याएं देश की संसद और विधानसभा में उठाता है। बिहार भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जब पहली बार मोदी सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग बनाया तो उसका पहला अध्यक्ष निषाद समाज से डा. भगवान लाल साहनी को बनाया। यदि समाज एकजुट होकर अपनी ताकत दिखाता है तो राजनीतिक पार्टियां उनकी सुनती हैं और उन्हें टिकट भी मिलती है। इसके साथ ही सभी ने अपने बच्चों को पढ़ाने और उच्च शिक्षा दिलाने के लिए प्रेरित किया।
ज्योति प्रज्जवलित करते हुए साध्वी निरंजना ज्योति व अन्य साथी
सांसद अजय निषाद अपने विचार रखते हुए
अधिवेशन में शामिल पंजाब अध्यक्ष नरेन्द्र कश्यप अपनी टीम के साथ
दर्शन मेहरा जम्मू अपने विचार रखते हुए
नरेन्द्र कश्यप अपने विचार रखते हुए
ओम पाल कश्यप अपने विचार रखते हुए
रजिन्द्र सिंह सफर अपने विचार रखते हुए
संत गोपाल नन्द गिरी जी अपने विचार रखते हुए
संत श्याम सुंदर वाराणसी अपने विचार रखते हुए
पार्टी टिकट दे तो समाज उनका साथ देगा - राजा राम कश्यप
अखिल भारतीय आदिवासी, कश्यप, कहार, निषाद, भोई समन्वय समिती के राष्ट्रीय संयोजक राजा राम कश्यप ने कहा कि हमारा समाज अब अपनी राजनीतिक हिस्सेदारी चाहता है। देश की विभिन्न पार्टियां हमारे समाज को टिकट दे तो समिती उनको जिताने के लिए पूरा सहयोग करेगी और उस उम्मीदवार की हर तरह, तन-मन-धन से मदद करेगी। उन्होंने मांग रखी कि आने वाले लोकसभा चुनाव में हमारे कश्यप, निषाद समाज को बनता हुआ राजनैतिक प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। जहां पर हमारे समाज के लोग चुनाव लडऩे की स्थिति में नहीं है वहां उन्हें किसी बोर्ड का चेयरमैन अथवा कोई दूसरा पद मिलना चाहिए।
एक दूसरे को व्यापार में सहयोग करें – सम्मेलन के दौरान सभी राज्यों के प्रतिनिधियों को संबोधिक करते हुए राजा राम कश्यप ने कहा कि हमारे समाज के लोग व्यापार में एक दूसरे का सहयोग करके अपना व्यापार बढ़ा सकते हैं। जहां पर जो भी चीज है उसको दूसरे राज्य में अपने समाज के साथ व्यापार करने से दोनों को ही लाभ मिलेगा। जहां पर मछली ज्यादा होती वहां से अपने शहर या राज्य में उसका व्यापार करने से आपसी प्यार भी बढ़ेगा और व्यापार में भी लाभ होगा। उन्होंने जानकारी दी कि केरला से नारियल मंगवा कर अपने समाज के दूसरे राज्य के लोग अपना व्यापार बढ़ा रहे हैं और इसी तरह सूरत से भी अपने समाज के साड़ी बनाने वाले भाई से लोग साड़ी मंगवा कर मुनाफा कमा रहे हैं। हम सभी को इस तरह आपस में व्यापार करने से लाभ होगा। सभी ने इस बात की सराहना की और एक दूसरे के व्यापार की जानकारी ली।
अधिवेशन में 29 राज्यों और 5 केन्द्र शासित प्रदेशों के कुल 300 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिसमें सभी दलों के सांसदों, विधायक, एम.एल.सी., बोर्ड अध्यक्ष और विभिन्न राज्यों के पारंपरिक आदिवासी मछुआरे, नाविक, जल और पालकी वाहक प्रदेश समितियों (तटीय और अंतर्देशीय दोनों) के प्रांत अध्यक्ष, सचिवों और कोषाध्यकों ने भाग लिया। इस अधिवेशन में कुल पांच एजेंडा मद्दों पर प्रमुखा की गई और इसका मांग पत्र केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजना ज्योति को दिया गया, जिसका संक्षेप में विवरण इस प्रकार है –
एजेंडा आइटम 1 – राजनीतिक दलों से उनके राजनीतिक दल में काम करने वाले हमारे समाज के लोगों को आगामी चुनावों में टिकट प्रदान करने की मांग (एक सही दावा)। अगर वे ऐसा करते हैं तो हमारा पूरा समुदाय उनकी जीत के लिए काम करेगा और समर्थन करेगा।
एजेंडा – आइटम 2 – हमारे समाज के लिए अनुच्छेद 341 और 342 के तहत अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति की आरक्षण सुविधा
एजेंडा – आइटम 3 – राष्ट्रीय जनसंख्या जनगणना 2021 समुदाय पर आधारित होनी चाहिए
एजेंडा – आइटम 4 – हमारे समुदाय के व्यवस्थित विकास के लिए आयोग का गठन सरकार द्वारा किया जाना चाहिए
1 – अखिल भारतीय कश्यप कल्याण आयोग – समिती भारतवर्ष के पारंपरिक नाविक, मछुआरे, पानी और पालनी वाहक समुदायों (दोनों – अंतर्देशीय और तटीय) के समाजिक उत्थान और राजनैतिक प्रतिनिधित्व के लिए अखिल भारतय कश्यप कल्याण आयोग की स्थापनी की मांग करती है जो कि 21 सदस्यीय प्रस्तावित होगी।
2 – राष्ट्रीय पारंपरिक मछुआरा विकास आयोग (NTFDA)- यह भी कि संपूर्ण भारतवर्ष में पारंपरिक नाविक, मछुआरे, पानी और पालकी वाहक (अंतर्देशीय और तटीय) समुदायों के शैक्षणिक उत्थान और आर्थिक विकास के लिए एक 11 सदस्यीय पृथक राष्ट्रीय पारंपरिक मछुआरा विकास आयोग (National Traditional Fisherman Development Aayog, NTFDA) का गठन भी किया जाना चाहिए।
एजेंडा – आइटम 5 – एन.डी.आर.एफ/एस.डी.आर.एफ की तर्ज पर मांझी डिकाासटर रिलीफ फोर्स, एम.डी.आर.एफ और त्रिदेश डिकाासटर रिलीफ फोर्स का गठन
एजेंडा – आइटम 6 – समुदाय के व्यवस्थित समग्र विकास के लिए शिक्षा और रोजगार का व्यापीकरण
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रहने-खाने का प्रबंध – समिती के राष्ट्रीय संयोजक राजा राम कश्यप, गुरचरण सिंह कश्यप, युवा मोर्चा के अध्यक्ष नीरज कश्यप और मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद ने मिलकर 15वें राष्ट्रीय अधिवेशन का सफलता से आयोजन किया। 15 सितम्बर से ही आने वाले सभी प्रतिनिधियों के ठहरने के लिए अलग अलग होटलों में अच्छे कमरे बुक करवा दिये गए थे और सभी को उनके होटल का पता बता दिया गया था। आए हुए सभी प्रतिनिधी अपने अपने होटलों में रुके और 15 रात को सांसद अजय निषाद के घर पर भोजन किया। प्रतिनिधियों के आने जाने के लिए सांसद अजय निषाद ने अपनी गाडिय़ां लगाई हुई थी। अगले दिनों 16 व 17 सितम्बर को भी सभी के लिए नाश्ता, दोपहर का खाना और रात के खाने का प्रबंध अजय निषाद के घर पर ही किया गया।