मोहन लाल बडग़ोता को दी गई अंतिम श्रद्धांजलि
स्वर्गीय मोहन लाल बडग़ोता को श्रद्धांजलि देते हुए
होशियारपुर, 21-8-2023 (नरेन्द्र कश्यप) – कश्यप राजपूत बडग़ोता जठेरों की कमेटी के आडीटर श्री मोहन लाल बडग़ोता को आज अंतिम श्रद्धांजलि भेंट की गई। होशियारपुर के अग्रवाल भवन में मौजूद सैंकड़ों लोगों ने उनकी अंतिम रस्म पगड़ी में शामिल होकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। यहां गरुड़ पुराण की कथा हुई और ब्राह्मणों को ब्रह्म भोज खिलाया गया। बेटे गौरव के सिर पर पगड़ी रख कर उन्हें परिवारिक जिम्मेवारी दी गई। यहां पर अंतिम रस्म पगड़ी में रिश्तेदार, सज्जन, दोस्त और कश्यप राजपूत बडग़ोता वैल्फेयर सोसायटी के जनरल सेक्रेटरी नरेन्द्र कश्यप शामिल हुए और श्रद्धांजलि भेंट की।
इससे पहले मोहन लाल बडग़ोता अपनी संंसारिक यात्रा पूरी करते हुए 6 अगस्त 2023 को प्रभु के चरणों में लीन हो गए थे। वह थोड़े दिनों से बीमार थे और चंडीगढ़ में उनका इलाज चल रहा था जहां उन्होंने अपने जीवन के अंतिम सांस लिए। उनके बेटे गौरव ने उनका अंतिम संस्कार होशियारपुर में किया। दु:ख की इस घड़ी में सभी रिश्तेदार और साथी शामिल हुए।
स्वर्गीय श्री मोहन लाल बडग़ोता जी एक बहुत ही मिलनसार और नेक स्वभाव के इन्सान थे। वह एन.एच.पी.सी. से सहायक प्रशासनिक अधिकारी के पद से रिटायर हुए थे। रिटायरमैंट के बाद वह होशियारपुर में ही सैटल हो गए। कश्यप राजपूत बडग़ोता जठेरों की कमेटी के वह फाउंडर मैंबर और आडीटर थे। जिस समय यह संस्था कश्यप राजपूत बडग़ोता वैल्फेयर सोसायटी बनी तो इन्होंने मैंबरशिप के 11000/- दिए और जठेरों की कमेटी में आडीटर बने। जठेरों के स्थान के लिए जमीन खरीदने और वहां पर जठेरों का मंदिर बनाने में इनका बहुत बड़ा योगदान है। इनके परिवार में इनकी धर्मपत्नी श्रीमति मोहिन्द्र कौर, दो बेटियां-दामाद और बेटा गौरव बडग़ोता व बहु अनुपमा बडग़ोता हैं।
इनके अचानक इस तरह चले जाने से जहां परिवार को बहुत बड़ा सदमा लगा है वहीं समाज ने भी एक बहुत ही कर्मठ और जुझारू साथी को खो दिया है, जिसकी कमी कभी पूरी नहीं की जा सकती है। हम कश्यप क्रांति पत्रिका व कश्यप राजपूत बडग़ोता वैल्फेयर सोसायटी की तरफ से मोहन लाल जी को श्रद्धांजलि भेंट करते हैं और भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वह उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को इस दु:ख को सहने की शक्ति दे।